सामाजिकयोगदान
श्री पुष्प ठाकुर जी महाराज की अध्यक्षता में 11 अगस्त 2015 में श्रद्धा भक्ति विश्व कल्याण ट्रस्ट की स्थापना की गई । जिसके माध्यम से भारत के विभिन्न स्थानों पर कथाओं का आयोजन किया जाता है । अपने कार्यक्रमों में सम्मिलित विशाल जनसमुदाय को विभिन्न सामाजिक कुरूतियों और विसंगतियों के विरूद्ध जागरूक करने के लिये कई अभियान आपने शुरू किये हैं । जिनके माध्यम से लोगों को एकजुट करके एक नये समाज के र्निमाण में उनका योगदान लिया जा रहा है ।
Shraddha Bhakti Vishwa Kalyan Trust was established on 11 August 2015 under the chairmanship of Shri Pushp Thakur Ji Maharaj. Through which stories are organized at various places in India. You have started several campaigns to make the large population involved in your programs aware of various social evils and anomalies. Through which people are being united and their contribution in the creation of a new society.
इन सेवा अभियानों में से कुछ निम्न प्रकार हैं ।
गऊ रक्षा अभियान- भारत में गऊ का महत्व किसी से छिपा नहीं है । यह हर हिन्दुस्तानियों की माता के रूप में सम्मान प्राप्त है । फिर भी हमारे देश में निर्यात के लिये प्रतिदिन हजारों र्निदोष गायों की हत्या कर दी जाती है । इसके विरूद्ध श्री पुष्प ठाकुर जी महाराज ने आवाज उठाते हुये ।श्री पुष्प ठाकुर जी महाराज ने गऊ रक्षा अभियान शुरू किया हुआ है । अपनी प्रत्येक कथा में वह गऊ रक्षा रैली निकालते हैं । जिसमें हजारों की संख्या में स्त्री पुरूष बच्चे शामिल होकर गऊ रक्षा के लिये आवाज बुलन्द करते हैं । इन रैलियों के माध्यम से महाराज श्री लोगों को गऊ हत्या रोकने के लिये जागरूक करते हैं ।
Gau Raksha Abhiyan - The importance of Gau in India is not hidden from anyone. It is respected as the mother of every Indian. Nevertheless, thousands of young cows are killed every day for export in our country. Against this, Shri Pushp Thakur Ji Maharaj has raised his voice. Shri Pushp Thakur Ji Maharaj has started cow protection campaign.
गंगा-यमुना प्रदुषण- गंगा-यमुना हमारी आस्था का केन्द्र ही नहीं बल्कि हमारे लिये जीवन दायिनी भी हैं । अपने उद्गम स्थल से निर्मल जल धारा के साथ निकली यह नदियां हमारे कर्मो के मैले ढोते-ढोते आज गन्दे नालों मे तब्दील हो रहीं हैं । ये आज इतनी प्रदुषित हो चुकी हैं कि कई स्थानों पर यह आगमन लायक भी नहीं बचीं हैं । इस प्रदुषण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से गंगा-यमुना पद यात्रायें ।श्री पुष्प ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में श्रद्धा भक्ति विश्व कल्याण ट्रस्ट के माध्यम से निकाली जाती हैं । गंगा-यमुना प्रदुषर्ण के विरूद्ध किये जा रहे तमाम आन्दोलनो में महाराज श्री बढ़चड़ कर भाग लेते हैं और अपने कार्यक्रमों में आने वाले प्रत्येक श्रोता को इस दिशा में प्रयास करने को सहमत करते है । इसी सन्दर्भ में कथा स्थल पर ही स्थानीय समाजसेवियों और पयार्वरण प्रेमियों के साथ मिलकर इस विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया जाता है जिसमें इन नदियों के प्रदुषित होने के कारणों और आम जनता की जिम्मेदारी पर विचार प्रकट कर उपस्थित श्रोतागणों को इसके प्रति जागरूक किया जाता है ।
दहेज प्रथा- आज हमारे समय में बड़ी कुरीतिआ है दहेज प्रथा । दहेज लोभियों द्वारा हजारों विवाहित महिलायें इसकी बलि चढ़ा दी जाती हैं । कई परिवार दहेज लोभियों की मांगे पूरी करते-करते बर्बाद हो जाते हैं । आज समाज में इस दहेज दानव को समाप्त करने की आवश्यकता है । ।श्री पुष्प ठाकुर जी महाराज इस दिशा में विशेष रूप से प्रयास कर रहे हैं । अपने प्रत्येक कथा कार्यक्रम में सम्मिलित श्रोताओं को वह इस बात के लिये शपथ दिलाते हैं कि वह ना तो दहेज लेगें और ना ही दहेज देंगे । कथा में शामिल नवयुवक और युवतियों को वह इस बुराई से लड़ने के लिये प्रेरित करते हैं । वह पैसे से ज्यादा संस्कार और विचार की अहमियत सिद्ध करते हैं । वह धनी वर्ग को सादा विवाह समारोह आयोजित करने की सीख देते हैं । श्रद्धा भक्ति विश्व कल्याण ट्रस्ट द्वारा दहेज रहित सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किये जाते हैं । जिसमें सभी वर्गो के लोगों के पुत्र-पुत्रियों का दहेज रहित विवाह कराया जाता है ।
जल एंव पर्यावरण संरक्षण- आज हमारे देश में कई स्थानों पर लोग पीने के पानी की कमी से जूझ रहे हैं । प्रतिदिन जल की कमी के आंकड़े और भविष्य की भयावय तस्वीरे मीडिया के माध्यम से सामने आती रहती हैं । वहीं दूसरे ओर जिनके पास पर्याप्त जल संसाधन मौजूद हैं वह इसकी उपयोगिता नहीं समझ रहे हैं । भारी मात्रा में जल व्यर्थ गंवा रहे हैं ।श्री पुष्प ठाकुर जी महाराज इस दिशा में भी प्रयासरत हैं वह अपने कथा प्रेमियों को जल संरक्षण और सदुपयोग करने, वृक्ष लगाकर मानसून में सक्रीयता बनाये रखने के लिये प्रेरित करते हैं ।
भेद-भाव के खिलाफ- भगवान श्री राम और श्री कृष्ण ने अपने मानव जीवन मे छूआ छूत, ऊॅंच नीच और धनी निर्धन जैसी विसंगतियों को कड़ा जवाब देकर आपसी प्रेम और सद्भाव के प्रतिमान स्थापित किये थे । कथा के मध्य आने वाले विभिन्न प्रसंग इस बात की पुष्टि करते हैं और सन्देश देते हैं कि हम सभी को ऐसी संकीर्ण मानसिकताओं से ऊपर उठकर आपस में भाईचारे के साथ व्यवहार करना चाहिये । महाराज श्री प्रभावी ढंग से हमारे पुराणों का यह सन्देश हजारों श्रोताओं तक पहुचा रहे हैं ।
नवयुवाओं में सस्कारों की प्रेरणा- आज का युवा पाश्चात्य जगत से प्रभावित होकर अपनी प्राचीन भारतीय संस्कृति और संस्कारों से विमुख होता जा रहा है । भोतिकतावादी युग में युवक-युवतिया अपने बुजुगों, माता-पिता और समाज के प्रति कर्तव्यों से दूर हो रहे हैं । हमारे प्राचीन गन्थों के प्रसंगं एंव लोक कथायें हमें माता-पिता, गुरू, समाज के प्रति सेवा भाव की प्रेरणा देती हैं । ऐसी दशा में जरूरत है कि युवाओं में हमारे प्राचीन संस्कारों की जानकारी देकर उन्हें अपने बुजुर्गो और समाज के प्रति कत्वर्यशील बनाया जाये । इसकी शुरूआत बाल जीवन से ही की जानी चाहिये । महाराज श्री की ओजस्वी वाणी से प्रभावित बालक/बालिकायें कथा कार्यक्रमों में अधिक संख्या में भाग लेते हैं। यंहा महाराज जी बड़े प्रभावी ढंग से भारतीय संस्कार और संस्कृति की शिक्षा देकर उन्हे अपने परिवार, समाज और देश की सेवा के लिये जागरूक कर रहे हैं ।
असहाय की सहायता- श्रद्धा भक्ति विश्व कल्याण ट्रस्ट के माध्यम से महाराज श्री की अध्यक्षता में अन्य सेवा कार्य भी किये जा रहे हैं । लगभग प्रत्येक कथा स्थल पर गरीब व असहाय व्यक्तियों को वस्त्र वितरण का कार्यक्रम रखा जाता है । विभिन्न अनाथालयों में बच्चों के साथ समय व्यतीत कर उन्हें स्नेह और आर्थिक मदद प्रदान की जाती रही है



